मुस्लिम केअपनी पत्नियों पर किए ज़ुल्म


From: Pramod Agrawal < > wrote:

इन मुस्लिम केअपनी पत्नियों पर किए ज़ुल्म का कालाचिट्ठा पढ़कर आपके होश उड़ जाएँगे !!

शादी के बाद तीन अक्षरों का शब्द तलाक महिला की ज़िन्दगी को तबाह कर देता है. मुस्लिम समाज में यह अक्सर देखने को मिलता है. शादी जैसे पवित्र रिश्ते को एक कठपुतली का खेल समझा जाता है. मुस्लिम समाज में पहले बेगम बनाया जाता है. फिर उन्हें पैर की घिसी हुई जूती की तरह घर से बहार फैंक दिया जाता है. इस बर्ताव से बड़े हैं. इस बात की हकीकत नीचे दी बातों से समझ आ जानी चाहिए.

उमर अब्दुल्ला ने पहले पायल नाथ को बेगम बनाया. फिर बच्चे पैदा किये और बाद में अपनी मर्जी से तलाक दे कर उसे गुमनाम राह पर छोड़ दिया. इमरान ने भी शीला दीक्षित की बेटी लतिका के साथ शादी की. कुछ देर बाद मारपीट कर उसे तलाक दे दिया.

बालीवुड के खानों में टॉप पर चल रहे आमिर खान की पहली पत्नी हिन्दू थी. उसे छोड़ दिया और फिर से एक हिन्दू लड़की से शादी कर ली.

नवाब पटौदी के पुत्र सैफ अली खान ने अमृता सिंह को इस लिए छोड़ दिया क्योंकि उन्हें अपने से बहुत कम उम्र की अभिनेत्री से इश्क हो गया था. यह सिसिला यू हीं बढ़ता रहा जब अमृता राव को अरबाज़ खान ने तलाक के तीन शब्द कह खुद से हमेशा के लिए अलग कर दिया.

अपने समय की बेहद खूबसूरत अभिनेत्रियों में से एक रीना रॉय भी मोहसिन खान की पत्नी बनी. मगर यह रिश्ता भी जल्दी तलाक पर ख़त्म हो गया. कांग्रेस विधायक रूबी नाथ असाम की विधायक थी. उनकी कहानी तो और भी दिल दहलाने वाली है. उन्होंने दूसरी शादी एक मुसलमान से की. वो उसे बांग्लादेश ले गया और तलाक देकर वैश्यावृत्ति में धकेल दिया.
बात यही नहीं ख़त्म होती. एक राष्ट्रीय स्टार की शूटर तारा सहदेव से रकीबुल हसन खान ने रणजीत कोहली बन कर पहले शादी की. फिर उसे मुसलमान बना कर तलाक दे दिया. इस फेहरिस्त में बॉलीवुड की नामचीन अभिनेत्री संगीता बिजलानी भी शामिल हैं. जिन्होंने मुल्स्लिम क्रिकेटर अजरूदीन से शादी की. अंत मगर तलाक ही रहा.

इन सभी वाक्यों से यह तो साफ़ नज़र आता है की मुस्लिम समाज में जब भी किसी गैर धर्म की स्त्री ने शादी की, तो उसका अंजाम तकलीफदेह ही रहा. महिलाओं के साथ-साथ उनके बच्चों का भविष्य भी ख़ाक में मिल कर रह गया ।

जब इस लेवल पर जाकर भी मुस्लिम औरतों पर ज़ुल्म करते हैं तो आम समाज में क्या होता होगा ?

 रूमाना सिद्दीक़ी जी लिखती हैं की ,
कब आँखे खोलोगे मुसलमानो ??

1. आप 1400 से ज्यादा सालोँ से अपने हक के लिए लड़े जा रहे है, अल्लाह जाने कौन सा हक़ है जो पूरी दुनियाँ आपको 1400 सालों से नही दे पा रही…
2. आप सिर्फ लड़ने के लिए ही पैदा हुए, जहाँ गैर मुस्लिम है वहां आप उनसे लड़ रहे है, जहाँ गैर मुस्लिम नही है वहां आप आपस में ही लड़ रहे है…
3. आप लड़ना बन्द नही कर सकते इसलिए कम से कम लड़ाई के तरीके बदलिए ताकि आप की हार जीत में बदल सके… आप मेरे देखते देखते 2014 के बाद से भारत में लगातार राजनैतिक रूप से हार रहे है… आप के योगदान के बिना सरकारें बन रही, आपकी मर्जी के खिलाफ पीएम और सीएम बन रहे है… लोग आपको आपकी विचारधारा को नकार रहे हैं… अपने खिलाफ ये नकारात्मक माहौल आपका खुद का बनाया हुआ है…
4. सच्चर कमेटी की रिपोर्ट कहती है मुसलमानो की हालात सबसे खराब है देश में, लाखो मुस्लिम बेघर है, शिक्षा के आभाव में पंचर बना रहे, न आप बड़े उद्योगपति है, न देश में होटल आपके, न मॉल, न हॉस्पिटल आपके, न आपके बैंक एकाउंट न एकाउंट में पैसा लेकिन नोटबन्दी के खिलाफ आप इतने मुखर थे जैसे सबसे बड़ा घाटा आपका ही हुआ, जैसे आपके लाखो करोड़ो के नोट बर्बाद हो गए, जैसे बेरोजगार सिर्फ मुस्लिम ही हुए हो…
5. आप खुद ही कहते रहे की बूचड़खाने भाजपा के हिन्दू नेताओ और जैनियों के है, सिर्फ 14% मांस मुस्लिम खाते है बाकी का हिन्दू खाते है… और अवैध बूचड़खानों पर सबसे ज्यादा कपड़े आप ही फाड़ रहे… तो आप खुद ही अपने झूठ का पर्दाफाश कर के अपने खिलाफ नकरात्मक माहौल बनाते है फिर इलज़ाम दूसरों पर क्यों लगाते है… बूचड़खानों पर या तो आप कल झूठ बोल रहे थे या आज झूठ बोल रहे है…
6. एंटीरोमियो स्क्वाड पर भी आपकी आपत्ति बेवज़ह है… आप अपनी बहू बेटियों को बुर्के में रखते है ताकि बुरी नज़र से बचाया जा सके, महिलाओं को अकेले बाहर जाने की इज़ाज़त नही इस्लाम में, आप पञ्च वक्त के नमाज़ी और ईमान वाले है, आपको भी नज़र के पर्दे का हुक्म है , चरित्रहीन महिला को संगसार करने की सज़ा है इस्लाम में , फिर एंटीरोमियो स्क्वाड का विरोध आप किस लॉजिक के आधार पर कर रहे…?
7. साल भर आप जय भीम जय मीम करते है, भीम भी आपके साथ ब्राह्मणों को गरियाता है और चुनाव के वक्त मीम को छोड़ के भगवा थाम लेता है। आपको ईवीएम टेम्परिंग का झुनझुना पकड़ा दिया जाता है और आप बजाते रह जाते हैं।”
8. देश का नाम भारत है, हिंदुस्तान है पहले आर्यव्रत, रीवा भी था मतलब संस्कृत और हिंदी नाम ही रहे, भारत में साधू संत देवी देवता जन्मे, विद्वान् महापुरुष जन्मे, कोई हिन्दू राजा शाशक कभी इराक ईरान सीरिया सऊदी मिस्र नही गया राज़ करने युद्ध लड़ने अपनी धौस जमाने जैसे की यहाँ भारत में बाबर, हुमांयू, अकबर, ओरंगजेब, गजनबी सहित हजारो मुगल शाशक आए! भारत भूमि का कण कण कहता है की ये राष्ट हिन्दुओ का था और मुस्लिम बाहरी थे फिर भी हिन्दुओ ने मुस्लिमो को स्वीकार किया! हिन्दुओ के लाखो मन्दिर प्राचीनकाल में मुगलो ने तोड़े उनमे से एक राम मन्दिर भी था जिसको बाबर ने मस्जिद का रूप दिया! सीरिया पाक इराक ईरान तालिबान में हजारो मस्जिद बम से उड़ा दी जेहादियो आतंकियों ने उनके लिए कभी रोए नही और यहाँ राम मन्दिर की जंगह, एक मस्जिद के लिए लड़े मरे जा रहे हो! 

रूमाना सिद्दीक़ी

Author: Vyasji

I am a senior retired engineer in USA with a couple of masters degrees. Born and raised in the Vedic family tradition in Bhaarat. Thanks to the Vedic gurus and Sri Krishna, I am a humble Vedic preacher, and when necessary I serve as a Purohit for Vedic dharma ceremonies.

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